PM Kisan Yojana: भारत एक कृषि प्रधान देश है, जहाँ लगभग आधी आबादी खेती पर निर्भर है। किसानों की आय बढ़ाने और उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए सरकार समय-समय पर कई योजनाएँ चलाती है।
इन्हीं योजनाओं में सबसे लोकप्रिय है — प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi Yojana)।
इस योजना के तहत किसानों को हर साल ₹6,000 रुपये की आर्थिक मदद दी जाती है, जो तीन किस्तों में दी जाती है — हर चार महीने में ₹2,000 रुपये। अब किसान इंतज़ार कर रहे हैं इस योजना की 21वीं किस्त का।
आइए जानते हैं — यह योजना क्या है, कौन इसका लाभ ले सकता है, कैसे पैसे मिलते हैं, और कब तक 21वीं किस्त जारी होने की उम्मीद है।
पीएम किसान योजना क्या है?
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत 24 फरवरी 2019 को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने की थी।
इस योजना का उद्देश्य था छोटे और सीमांत किसानों को नकद सहायता देना ताकि वे अपनी खेती का खर्च चला सकें — जैसे बीज खरीदना, खाद लेना, और सिंचाई करना।
इस योजना की कुछ खास बातें:
- किसानों को सालाना ₹6,000 दिए जाते हैं।
- यह राशि तीन किस्तों में आती है — हर चार महीने पर ₹2,000।
- पैसा सीधे बैंक खाते में आता है (DBT – Direct Benefit Transfer)।
- देश के 11 करोड़ से अधिक किसान इस योजना से जुड़ चुके हैं।
- अब तक सरकार ₹3.6 लाख करोड़ से ज्यादा की राशि किसानों को दे चुकी है।
कौन ले सकता है इस योजना का लाभ?
हर किसान को यह पैसा नहीं मिलता। इसके लिए कुछ शर्तें हैं:
- किसान के नाम पर खेती योग्य ज़मीन होनी चाहिए।
- सरकारी कर्मचारी, टैक्स देने वाले या बड़े अफसर इस योजना में शामिल नहीं हैं।
- किसान का आधार कार्ड बैंक खाते से लिंक होना चाहिए।
- e-KYC कराना जरूरी है। बिना इसके पैसा नहीं आएगा।
- बैंक खाता और IFSC कोड सही होना चाहिए।
कैसे पता करें कि आप पात्र हैं या नहीं?
- सबसे पहले pmkisan.gov.in वेबसाइट पर जाएँ।
- “Beneficiary Status” पर क्लिक करें।
- अपना आधार नंबर या मोबाइल नंबर डालें।
- “Get Data” पर क्लिक करें।
- यहाँ आप देख पाएँगे कि अब तक कितनी किस्तें आईं हैं और अगली किस्त की स्थिति क्या है।
पिछली किस्त कब आई थी?
पिछली यानी 20वीं किस्त अगस्त 2025 में किसानों के खातों में आई थी।
उसके बाद से अब सबकी निगाहें 21वीं किस्त पर हैं।
कई किसान रोज़ पोर्टल पर जाकर देखते हैं कि “पैसे आ गए क्या?”
पर सरकार की प्रक्रिया के अनुसार — हर किस्त के बीच करीब चार महीने का अंतर होता है।
इसलिए अब उम्मीद की जा रही है कि 21वीं किस्त त्योहारों के मौसम में, यानी अक्टूबर या नवंबर 2025 में आ सकती है।
लेकिन इस जानकारी को हम आगे विस्तार से देखेंगे 👇
(यह जानने के लिए कि 21वीं किस्त की सटीक तारीख क्या है, पढ़ना जारी रखें)
किसानों के लिए यह योजना क्यों जरूरी है?
भारत के छोटे किसान साल में दो या तीन फसलें बोते हैं।
बीज, खाद, मजदूरी और सिंचाई जैसे खर्चों के लिए उन्हें नकद पैसों की ज़रूरत होती है।
ऐसे में यह योजना किसानों के लिए बहुत राहत देती है।
कई बार प्राकृतिक आपदाएँ — जैसे बाढ़, सूखा या कीटों का प्रकोप — किसानों की फसल खराब कर देती हैं।
ऐसे में प्रधानमंत्री किसान योजना का यह पैसा उन्हें फिर से खेती शुरू करने में मदद करता है।
साथ ही, यह पैसा त्योहारों के समय आता है — जिससे परिवार की जरूरतें भी पूरी हो जाती हैं।
21वीं किस्त पाने की प्रक्रिया
- पहले राज्य सरकारें किसानों के दस्तावेज़ों की जाँच करती हैं।
- फिर केंद्र सरकार के पास मंजूरी के लिए लिस्ट भेजी जाती है।
- पात्र किसानों के खातों में ₹2,000 की राशि DBT के ज़रिए ट्रांसफर की जाती है।
- हर किसान का नाम “PM-Kisan Beneficiary List” में दर्ज होता है।
- यह प्रक्रिया पारदर्शी है — यानी पैसा सीधे खाते में जाता है, बीच में कोई एजेंट नहीं।
अब असली सवाल — 21वीं किस्त कब जारी होगी?
अब आते हैं उस जानकारी पर जिसका इंतज़ार सबसे ज़्यादा है 👇
सरकार ने अभी आधिकारिक तारीख की घोषणा नहीं की है,
लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स और कृषि मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार,
यह किस्त अक्टूबर के आखिरी सप्ताह या नवंबर 2025 के पहले सप्ताह में जारी होने की पूरी संभावना है।
- पिछली किस्त (20वीं) 2 अगस्त को आई थी।
- सामान्य अंतराल लगभग चार महीने का होता है।
- इसलिए विशेषज्ञ मानते हैं कि 21वीं किस्त दिवाली से पहले आ सकती है।
कुछ राज्यों जैसे पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में बाढ़ प्रभावित किसानों को पहले ही यह राशि जारी कर दी गई है।
जम्मू-कश्मीर में करीब 8.5 लाख किसानों को ₹170 करोड़ भेजे जा चुके हैं।
इससे संकेत मिलता है कि राष्ट्रीय स्तर पर किस्त जल्द ही जारी होगी।
कैसे चेक करें पैसा आया या नहीं
अगर आप लाभार्थी हैं, तो आप यह जानकारी घर बैठे चेक कर सकते हैं:
- pmkisan.gov.in पर जाएँ
- “Know Your Status” सेक्शन में जाएँ
- आधार नंबर / मोबाइल नंबर डालें
- Captcha भरकर “Get Data” दबाएँ
- यहाँ लिखा आएगा – “Payment Successfully Credited” या “Pending”
अगर “Pending” दिखता है, तो या तो आपका e-KYC अधूरा है या बैंक जानकारी गलत है।
ऐसे में नजदीकी CSC केंद्र या कृषि अधिकारी से संपर्क करें।
कुछ आम समस्याएँ और उनके समाधान
समस्या | कारण | समाधान |
---|---|---|
पैसा नहीं आया | e-KYC अधूरा या आधार लिंक नहीं | CSC केंद्र में जाकर e-KYC कराएँ |
नाम गलत लिखा | रिकॉर्ड अपडेट नहीं | पोर्टल में लॉगिन कर “Edit Details” करें |
बैंक खाता बंद | नया खाता अपडेट नहीं | नया IFSC और खाता नंबर जोड़ें |
फॉर्म रिजेक्ट | गलत दस्तावेज़ अपलोड हुए | दोबारा सही दस्तावेज़ लगाएँ |
अब तक के आँकड़े
- योजना से जुड़े किसान: 11 करोड़+
- अब तक दी गई कुल राशि: ₹3.69 लाख करोड़ से अधिक
- राज्यों की संख्या: 36 (UTs सहित)
- औसतन हर किसान को अब तक ₹20,000+ सहायता मिली है।
किसानों की राय और उम्मीदें
देशभर के किसान इस योजना को राहत की सांस के रूप में देखते हैं।
कई छोटे किसान कहते हैं कि यह ₹2,000 उन्हें फसल की शुरुआती तैयारी में बहुत मदद करता है।
हालाँकि कुछ किसानों का यह भी कहना है कि बढ़ती लागतों के कारण यह राशि अब कम पड़ने लगी है,
और सरकार को इसे ₹10,000 वार्षिक करने पर विचार करना चाहिए।
निष्कर्ष
पीएम किसान सम्मान निधि योजना किसानों के जीवन में स्थिरता लाने का एक बड़ा कदम है।
यह योजना दिखाती है कि सरकार खेती को लेकर गंभीर है और छोटे किसानों तक सीधे सहायता पहुँचाना चाहती है।
अब जब 21वीं किस्त का समय करीब है, तो किसानों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि
उनकी e-KYC पूरी हो, बैंक विवरण सही हों, और पोर्टल पर स्थिति “Active” दिख रही हो।
संभावना है कि दिवाली से पहले खुशखबरी मिल जाए
और किसानों के खातों में फिर से ₹2000 की राशि पहुँच जाए 💰🌾