अगर आप टेक्नोलॉजी की दुनिया में करियर बनाना चाहते हैं या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के बारे में सीखने की इच्छा रखते हैं, तो आपके लिए एक सुनहरा मौका आया है। भारत में अब छात्रों के लिए एक फ्री AI कोर्स (Free Artificial Intelligence Course) शुरू किया जा रहा है, जिसमें कोई फीस नहीं देनी होगी और हर सत्र में 5 घंटे की क्लास चलेगी।
सरकार और टेक इंडस्ट्री के सहयोग से यह पहल भारत को “AI लिटरेट नेशन” बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है। इस कोर्स का उद्देश्य है — हर छात्र, चाहे वह किसी भी विषय या पृष्ठभूमि से हो, उसे AI की बुनियादी समझ और भविष्य की नौकरियों के लिए तैयार करना।
आइए विस्तार से जानते हैं — यह कोर्स कौन कर सकता है, कब से शुरू हो रहा है, कहां मिलेगा, क्या सिखाया जाएगा, और क्यों यह भारत के छात्रों के लिए एक गेम-चेंजर साबित हो सकता है।
🧠 1. क्या है यह Free AI Course?
यह कोर्स Artificial Intelligence के शुरुआती और मध्यम स्तर के छात्रों के लिए तैयार किया गया है। इसका मकसद है — AI को “Elite Technology” से निकालकर “Everyday Skill” बनाना।
कोर्स के तहत छात्रों को बताया जाएगा कि कैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हमारे जीवन, काम और शिक्षा को बदल रहा है — और इसे खुद इस्तेमाल करना कितना आसान है।
इस कार्यक्रम की खासियत यह है कि यह पूरी तरह ऑनलाइन, मुफ्त, और इंटरएक्टिव क्लासेज वाला है। हर क्लास की अवधि लगभग 5 घंटे रखी गई है ताकि छात्र को न केवल थ्योरी बल्कि प्रैक्टिकल अनुभव भी मिल सके।
📚 2. इस कोर्स में क्या सिखाया जाएगा?
AI एक बहुत बड़ा विषय है — लेकिन इस कोर्स को ऐसे डिजाइन किया गया है कि यह शुरुआत करने वालों के लिए सरल, रुचिकर और व्यावहारिक हो।
कोर्स में निम्नलिखित विषय शामिल होंगे:
Artificial Intelligence की बुनियादी समझ
AI क्या है, यह कैसे काम करता है
Machine Learning और Deep Learning का फर्क
Everyday AI: Chatbots, Recommendation Systems, Smart Assistants
AI के टूल्स और प्लेटफ़ॉर्म्स
OpenAI, Google AI Tools, Hugging Face, और अन्य एप्लिकेशन्स का परिचय
Text-to-Image और Voice-to-Text जैसे मॉड्यूल्स
डेटा की भूमिका (Data Literacy)
डेटा कैसे AI को ‘स्मार्ट’ बनाता है
बेसिक डेटा क्लीनिंग और एनालिसिस
AI के नैतिक और सामाजिक पहलू
Bias, Privacy और Ethical AI के सिद्धांत
जिम्मेदार उपयोग कैसे करें
Career Opportunities in AI
कौन-कौन से सेक्टर AI से सबसे ज़्यादा प्रभावित होंगे
Entry-Level नौकरियाँ, Freelance Roles, और Research Paths
हर विषय के बाद छात्रों को छोटे-छोटे असाइनमेंट, क्विज़ और मिनी प्रोजेक्ट दिए जाएंगे ताकि सीखने की प्रक्रिया मज़ेदार और यादगार बने।
💻 3. यह कोर्स कौन करा रहा है?
यह कोर्स सरकार के कौशल विकास मंत्रालय (Ministry of Skill Development and Entrepreneurship) और कुछ प्रमुख टेक कंपनियों के सहयोग से तैयार किया गया है।
स्रोतों के अनुसार, इसमें Google, Microsoft, और IIT-समर्थित ed-tech प्लेटफॉर्म्स की सामग्री का भी उपयोग किया गया है। इससे यह सुनिश्चित किया गया है कि छात्रों को केवल थ्योरी नहीं, बल्कि इंडस्ट्री-रेडी स्किल्स भी मिलें।
यह कोर्स “Digital India AI Learning Initiative” के हिस्से के रूप में लाया गया है। इसका लक्ष्य 2025 तक 10 लाख से अधिक छात्रों को प्रशिक्षित करना है।
🕒 4. क्लास की अवधि और संरचना कैसी होगी?
इस कोर्स की सबसे खास बात यही है कि इसमें एक क्लास की अवधि 5 घंटे रखी गई है।
लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि छात्र लगातार पाँच घंटे तक स्क्रीन पर रहेंगे।
क्लास को तीन हिस्सों में बाँटा गया है:
Concept Hour (2 घंटे) — विषय की व्याख्या, वीडियो लेक्चर और चर्चा
Practice Hour (2 घंटे) — लैब-बेस्ड प्रैक्टिकल, कोडिंग डेमो या AI टूल्स पर प्रोजेक्ट
Feedback Hour (1 घंटा) — Doubt Clearing और Peer Review Activities
हर हफ्ते एक सत्र आयोजित किया जाएगा, और पूरा कोर्स लगभग 4 से 6 हफ्तों में पूरा होगा।
🎓 5. कौन-कौन कर सकता है यह कोर्स?
इस कोर्स के लिए किसी विशेष डिग्री या पृष्ठभूमि की आवश्यकता नहीं है।
योग्यता: 10वीं पास से लेकर ग्रेजुएट तक कोई भी
उम्र सीमा: कोई तय सीमा नहीं (छात्र, प्रोफेशनल, शिक्षक – सभी शामिल हो सकते हैं)
आवश्यकता: इंटरनेट और एक लैपटॉप या स्मार्टफोन
भाषा: हिंदी और अंग्रेज़ी दोनों में उपलब्ध
यह पहल इसलिए भी खास है क्योंकि भारत में बहुत से छात्र ग्रामीण या गैर-तकनीकी पृष्ठभूमि से आते हैं। यह कोर्स उन्हें यह समझने में मदद करेगा कि AI कोई कठिन विषय नहीं, बल्कि भविष्य की रोज़मर्रा की भाषा है।
💡 6. क्यों है यह कोर्स ज़रूरी?
भारत अगले दशक में AI Superpower बनने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है।
सरकार का अनुमान है कि AI-आधारित नौकरियों की संख्या 2030 तक 20 लाख से अधिक हो जाएगी।
70 प्रतिशत से अधिक कंपनियाँ पहले ही AI-enabled tools का इस्तेमाल कर रही हैं।
और सबसे बड़ा तथ्य — अधिकांश युवाओं के पास अभी भी AI की बुनियादी समझ नहीं है।
यह कोर्स इस अंतर को भरने की कोशिश है।
यह छात्रों को न सिर्फ टेक-स्किल देगा, बल्कि उन्हें यह सोचने के लिए प्रेरित करेगा कि “AI मेरे करियर और समाज को कैसे बेहतर बना सकता है।”
🧩 7. इस कोर्स से क्या फायदे होंगे?
करियर की नई दिशा
— छात्रों को Data Analyst, AI Assistant, Prompt Engineer जैसे उभरते रोल्स की समझ मिलेगी।
मुफ्त और सुलभ शिक्षा
— ग्रामीण या छोटे कस्बों के छात्र भी बिना किसी शुल्क के ऑनलाइन सीख सकेंगे।
प्रमाणपत्र (Certificate)
— कोर्स पूरा करने पर छात्रों को ई-सर्टिफिकेट मिलेगा, जो भविष्य में CV या LinkedIn प्रोफाइल में जोड़ा जा सकेगा।
प्रैक्टिकल अनुभव
— सिर्फ सिद्धांत नहीं, बल्कि AI टूल्स पर हाथ से काम करने का मौका मिलेगा।
भाषा की सुविधा
— हिंदी, अंग्रेज़ी और कुछ राज्यों की स्थानीय भाषाओं में भी लेक्चर उपलब्ध रहेंगे।
🌍 8. भारत में AI शिक्षण का बढ़ता प्रभाव
भारत में पिछले कुछ वर्षों में AI शिक्षा का दायरा तेजी से बढ़ा है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय, NASSCOM और IIT-संस्थान मिलकर “AI for All” जैसी पहलों पर पहले से काम कर रहे हैं।
CBSE ने भी 2023 से कक्षा 9 और 11 में AI को वैकल्पिक विषय बनाया।
राजस्थान, महाराष्ट्र और तमिलनाडु जैसे राज्यों में AI क्लब्स और स्कूली लैब्स शुरू की गई हैं।
निजी संस्थान जैसे NIIT, Infosys Springboard और Coursera-Google Collaboration ने भी मुफ्त या कम-कीमत के AI कोर्सेज़ लॉन्च किए हैं।
यह नया कोर्स उसी दिशा का एक और कदम है — फर्क सिर्फ इतना है कि यह राष्ट्रीय स्तर पर छात्रों को एक साथ जोड़ने की कोशिश करेगा।
🧮 9. पंजीकरण (Registration) और प्रक्रिया
कोर्स का पंजीकरण प्रक्रिया सरल रखी गई है:
आधिकारिक पोर्टल पर लॉगिन करें (Digital India AI Initiative वेबसाइट या Partner Platform)
“Free AI Course for Students” पर क्लिक करें
बेसिक डिटेल भरें – नाम, ईमेल, क्लास, स्ट्रीम आदि
ईमेल पर ओटीपी से वेरिफिकेशन करें
कोर्स चयन करें और शेड्यूल देख लें
क्लास शुरू होते ही आपको लिंक और ई-क्लासरूम एक्सेस मिल जाएगा
हर छात्र को एक Unique ID दी जाएगी जिससे उसकी प्रगति ट्रैक होगी और पूरा करने पर ई-सर्टिफिकेट जेनरेट होगा।
🎯 10. भविष्य की संभावनाएँ
यह सिर्फ एक कोर्स नहीं — बल्कि भारत के डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन का हिस्सा है।
इससे छात्रों में तीन बड़े बदलाव आ सकते हैं:
AI Literacy बढ़ेगी — यानी हर छात्र जान पाएगा कि AI उसके जीवन को कैसे प्रभावित करता है।
Career Empowerment — युवाओं को 21वीं सदी के कामों के लिए तैयार करेगा।
Inclusive Growth — अब शिक्षा शहरों तक सीमित नहीं रहेगी, गाँवों तक पहुँचेगी।
🌠 निष्कर्ष — AI सीखना अब सबका हक़
आज की दुनिया में AI किसी लग्ज़री स्किल नहीं, बल्कि नई साक्षरता (New Literacy) बन चुका है।
अगर भारत को अगले दशक में डिजिटल लीडर बनना है, तो हर छात्र को यह समझना होगा कि AI सिर्फ रोबोट नहीं — यह सोचने का नया तरीका है।
यह मुफ्त AI कोर्स उसी सोच का विस्तार है। यह छात्रों को बताता है कि ज्ञान अब महंगा नहीं, बल्कि हर स्क्रीन की दूरी पर है।
अब देखना होगा — कितने छात्र इस अवसर को अपनाते हैं और भारत को “AI-Ready Nation” बनाने की दिशा में कदम बढ़ाते हैं।
लोगों की उम्मीदें फिर बढ़ गई हैं — क्योंकि भविष्य अब किसी के इंतज़ार में नहीं, सीखने वालों के हाथ में है।